पिछले दो सालों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दामों में हो रही बढोतरी के चलते विमान कंपनियां ए टी एफ यानी विमान ईंधन की कीमतों में हुयी कमी के बावजूद किराया बढ़ाने पर विचार कर रही हैं। बीते कुछ समय से कच्चे तेल की कीमतें १५० डॉलर/बैरल तक पहुँच गई थी, जिसकी वजह से विमानन कंपनियों को काफ़ी नुकसान उठाना पड़ा। हालांकि अब कच्चे तेल की कीमतों में कमी देखी जा रही है, लेकिन विमानन कंपनियों का कहना है कि अब तक हुए नुकसान कि भरपाई के लिए एक बार फिर किराया बढ़ाने कि जरूरत है।
गौरतलब है कि पिछले चार वर्षों में विमान ईंधन के दामों में ५०,००० रुपए/ किलोलीटर तक का इजाफा हो चुका है। जिसके चलते एयर इंडिया , किंगफिशर , स्पाइसजेट तथा जेट एयरवेज जैसी प्रमुख कंपनियां हवाई किराये में १०-१५ फीसदी की वृद्धि कर सकती हैं। यह बढोतरी संभवतः दो चरणों में सितम्बर-अक्टूबर तक होने कि संभावना है।
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