झुकी-झुकी सी नज़र बेकरार है के नहीं...
दबा-दबा सा सही दिल में प्यार है के नहीं...झुकी-झुकी सी नज़र...
तू अपने दिल की जवां धडकनों को गिन के बता...
मेरी तरह तेरा दिल बेकरार है के नहीं....दबा-दबा सा सही.....
वो पल के जिसमे मोहब्बत जवान होती है...
उस एक पल का तुझे इंतज़ार है के नहीं...दबा-दबा सा सही....
तेरी उम्मीद पे ठुकरा रहा हूँ दुनिया को...२
तुझे भी अपने पे ये ऐतबार है के नहीं...दबा-दबा सा सही...
झुकी-झुकी सी नज़र....
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